Important Questions for CBSE Class 12 Hindi Antral Chapter 2 – Aarohan
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Chapter 2 of Hindi Antra Aarohan is the tale that enlightens us regarding the environment, the animals and plants that inhabit the high-altitude communities, and the traditions of the individuals who live there. The author provided a highly grounded and accurate description of the challenges that individuals who live in such locations face daily, including but not limited to water, fuel, education, employment, and electricity, among other issues. He draws parallels between the traditions of these people and the traditions of the people who live in the plains and compares the facilities provided and the culture of each group.
CBSE Class 12 Hindi Antral Important Questions Chapter 2 – Aarohan
पाठ 1 – आरोहण
लघु उत्तरीय प्रश्न ( 1अंक)
1: रूप सिंह के गांव का नाम क्या था ?
उत्तर: रूप सिंह के गांव का नाम माही था।
2: शेखर कपूर कौन था ?
उत्तर: शेखर कपूर , रुप सिंह के गॉड फादर साहब का बेटा था।
3: घाटी में बहने वाली नदी का क्या नाम था ?
उत्तर: घाटी में बहने वाली नदी का नाम सुपिन नदी था।
4: महिप कौन था ?
उत्तर: महिप रूप सिंह के बड़े भाई भूप सिंह का बेटा था।
5: रूप सिंह ” पहाड़ के रोएं ” किसे कहता था ?
उत्तर: रूप सिंह देवदार के पेड़ों को पहाड़ के रोएं कहता था।
लघु उत्तरीय प्रश्न (2 अंक )
6: रूप सिंह ने चाय वाले से क्या पूछा ?
उत्तर: देव् कुंड उतरने के बाद पास में लगी चाय की दुकान पर जाकर उसने चाय का गिलास उठाया और चाय वाले से पूछा ” भाई साहब यहाँ कोई घोड़ा वोड़ा नहीं मिलता क्या ? ”
7: भेड़ हाँकती हुई लड़की को देखकर शेखर ने रूप से क्या पूछा ?
उत्तर: भेड़ हाँकती हुई 14-15 साल की लड़की को देखा और फिर शेखर ने रूप से पूछा कि क्या तुमने कभी प्रेम की चढ़ाइयाँ चढ़ीं हैं।
8: रूप ने शेखर को स्वर्ग के रास्ते के बारे में क्या बताया ?
उत्तर: शेखर ने जब रूप को कहा कि तेरा इलाका बहुत ही सुन्दर है , एकदम स्वर्ग जैसा। तो उसकी बातों को काटकर रूप ने बोला कि वो पांडव इसी रास्ते से होकर स्वर्ग गए थे। यहाँ का सबसे आखिरी गांव सुरगी है और सुरगी का मतलब है “स्वर्ग” , और उसके आगे है स्वर्गरोहिणी।
9: घोड़े पर सवार रूप , महीप के बारे में क्या सोच रहा था ?
उत्तर: घोड़े पर सवार रूप , महीप के रोज़गार के बारे में सोच रहा था कि इतनी कच्ची उम्र में उस पर ये घोड़े वाला धंधा और खतरनाक रास्ते। हम जवान होकर भी घोड़े पर जा रहे हैं और ये पैदल। फिर इसके बाद इनको पंद्रह किलोमीटर वापस भी लौटना है। पेट के लिए क्या क्या नहीं करना पड़ता है।
10: रूप सिंह ने महीप से क्या कहा ?
उत्तर: रूप सिंह ने महीप से कहा कि तू कौन से गांव का है ? इन घोड़ों के साथ कब से कब से हो ? फिर कहा कि आ थोड़ी देर अब तू इस पर बैठ जा और हम पैदल चलते हैं।
लघु उत्तरीय प्रश्न (3 अंक)
11: ‘ ये जा सकेगा भला ‘ शेखर के इस संदेह वाचक सवाल पर चाय वाले ने क्या जवाब दिया ?
उत्तर: सीढ़ियों पर बैठे लड़के की मासूमियत को देख कर शेखर ने संदेह प्रकट किया कि क्या ये लड़का जा सकेगा भला , तभी चाय वाले ने जवाब दिया कि जायेगा साहब , ऐसे कैसे नहीं जाएगा। वैसे ही यहाँ पर सवारियां कम ही मिलती हैं और अगर आप भी चले गए तब तो ये यहाँ पर मक्खियाँ ही मारेगा। यह अपने घर से लड़ाई करके यहाँ पर पैसे कमाने के लिए ही आता है।
12: ऊँची – नीची डाडियो मा ,
हे कुहेडी न लाग तूँ
“ऊंची -नीचे पंखों मा
हे घसेडी न जाए तूँ
ऊंची नीची डांडियों मा
हे हिलांस ना बास तूँ
इस गीत का मतलब रूप सिंह ने किस प्रकार समझाया है ?
उत्तर : रूप सिंह ने इस गीत का मतलब बताया है कि कोई घास काटने वाली पहाड़ी लड़की कुहरे से सवाल कर रही है कि ऐ कुहरे ऊंची नीची पहाड़ियों में तुम मत जाया करो। इस पर कुहरे घास वाली लड़की से कहता है कि ऐ इन ऊंची पहाड़ियों पर तू न जाया कर। इस प्रकार वह हिलाश नाम के परिंदे को भी आगाह करता है कि वह ऊँची नीची पहाड़ियों में अपना बसेरा ना बनाया करे।
13: रूप ने अपने और शैला के विषय में शेखर को क्या बताया ?
उत्तर : जब शेखर ने रूप से प्रेम के बारे में पूछा तो रूप ने कहा कि शैला इतनी सुन्दर थी कि उसकी गुलामी में ही मैं खुद को धन्य समझता था। जब वह स्वेटर बुनती थी तो मैं उसकी भेड़ें हांका करता था। उसके लिए फूल तोड़ लाता था जो उसको बहुत पसंद थे। सेब या आड़ू अगर कहीं मिल जाते थे तो सबसे पहले तोड़ कर उसे ही लाके देता था।
14: निम्नलिखित वाक्यों में सही और गलत वाक्य चुनें।
(क) महीप , रूप सिंह का भतीजा था।
उत्तर: सही
(ख) सुपिन एक गांव का नाम था।
उत्तर: गलत
(ग) रूप सिंह ने गांव का नाम सुरगी था।
उत्तर: गलत
(घ) भूप सिंह के पिता का नाम तिरलोक था।
उत्तर: गलत
(ड़) भूप सिंह ऊँचे पहाड़ पर रहता था।
उत्तर: सही
(च) राम सिंह , रूप सिंह के पिता थे।
उत्तर: सही
15: निम्नलिखित कथन किसने किससे कहा था ?
(क) कुछ भी हो , तुम्हारा इलाका है बड़ा खूबसूरत – स्वर्ग जैसा।
उत्तर: शेखर ने रूप सिंह से कहा
(ख) यहाँ इसी जगह मैंने धकेला था भूप दादा को।
उत्तर: रूप सिंह ने शेखर से कहा
(ग) ऐ लड़के तू हमे कहाँ लेके जा रहा है।
उत्तर: रूप सिंह ने महीप से कहा
(घ) लेकिन रूप तो बहुत पहली भागी गई छाई
उत्तर: बूढ़े तिरलोक ने रूप सिंह से कहा
(ड़) इतना सारा इंतज़ाम होवे तब तू चढ़ पावे म्याल पर
उत्तर: बूढ़े तिरलोक ने रूप सिंह से कहा
(च) वो महीप घोड़े वाला तेरी इन्हीं भाभी श्री का लड़का है
उत्तर: शेखर ने रूप सिंह से कहा
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न (5 अंक)
16: ये तो अपने गांव की तोहीन कराना हुआ न। रूप सिंह ऐसा क्यों सोच रहा था ?
उत्तर: जब रूप सिंह और शेखर देवकुंड के बस स्टॉप पर उतरे उस समय रूप ने अपने गांव माही की ओर देखा। माही जाने के लिए आज तक कोई भी सड़क का निर्माण नहीं हुआ था। यह देख कर रूप सिंह सोच में पड़ गया कि वह तो पगडण्डी से भी गांव चला जाये परन्तु अगर कोई साथ हो तो यह सोचना पड़ता है कि अगले की मानसिकता क्या होगी। साथ में आया हुआ व्यक्ति भी कोई ऐसा वैसा नहीं है। दूसरा व्यक्ति उसके गॉड फादर कपूर साहब का बेटा आईएएस ट्रेनी था । अब ऐसे खास मेहमान को अपने गांव पैदल ले जाना रूप सिंह को अपनी और गांव की बेइज़्ज़ती जैसा प्रतीत हो रहा था।
17: अचानक चलते -चलते रूप रास्ते में रूक क्यों गया ? उसने उस जगह पर व्यतीत कौन सी वृतांत सुनाई ?
उत्तर : रास्ते में चलते चलते रूप सिंह अचानक एक जगह पर रुक गया और शेखर से कहा ” यही इसी जगह धकेला था मैंने भूप दादा को ” . चौंकते हुए शेखर ने पूछा ” धकेला था ?…….. क्यों? ” फिर रूप उस घटना को दोहराने लगा। ” वो मैं जब घर से भागकर देवकुंड आ रहा था। भूप दादा मुझे खोज रहे थे और इसी स्थान पर मैं पकड़ा गया। मैं फिर से कहीं भाग न जाऊं इसलिए उन्होंने मुझे कलाई से पकड़ रखा था। उनसे छुटकारा पाने के लिए मुझे और कोई तरकीब नहीं सूझी तो मैंने उन्हें यहाँ इसी स्थान पर धक्का दे दिया। वह संभल न पाए और इसी जगह फिसल गए। उनके साथ मैं भी फिसल गया था क्यूंकि उन्होंने मेरी कलाई पकड़ रखी थी।
18 : रूप सिंह किस बात से परेशान था ?
उत्तर: जब रूप सिंह जवान था , तब उसने अपने पिता और भाई से कुछ नहीं कहा और एक साहब के साथ घर से छुपकर बाहर निकल गया। आज वह कई बरसों के बाद जब घर वापस लौट रहा था। एक तरफ जहाँ अपनेपन की अनुभूति थी , वहीँ दूसरी तरफ घर से छुप कर भाग जाने के कारण वह बहुत ही ज़्यादा शर्मिंदा था। इस बात को समझ नहीं पा रहा था कि वह अपने परिवार से क्या कहेगा।
19: भूप दादा ने बाबा द्वारा कौन-सी कहानी का जिक्र किया ? संक्षिप्त तरीके से लिखिए।
उत्तर: भूप दादा ने रूप से पूछा कि तुम्हें वह कहानी याद है जो बचपन में बाबा हमें सुनाया करते थे। ” वो एक नन्हीं-सी चिड़िया वाली कहानी। ठीक है अगर तुम्हें वह कहानी याद नहीं है तो मैं तुम्हें आज फिर से वही कहानी सुनाता हूँ – उस कहानी में एक गिद्ध रहता है और वह चिड़िया से कहता है की चिड़िया मैं तुम्हे खा जाऊंगा। गिद्ध के ऐसा कहने पर चिड़िया उससे डर जाती है और पूछती है “क्यों?” इस पर गिद्ध कहता है क्यूंकि तुम मुझसे ऊंचा नहीं उड़ सकती। चिड़िया ने गिद्ध से कहा अगर मैं तुम्हें तुमसे ऊंचा उड़कर दिखा दूँ तो गिद्ध ने कहा कि फिर मैं तुम्हे नहीं खाऊंगा।
फिर दोनों ने मुकाबला शुरू हुआ। उस नन्हीं-सी चिड़िया की इस विशाल गिद्ध के सामने क्या औकात , ऐसे भी मरना और वैसे भी मरना। लेकिन नन्ही-सी चिड़िया ने पूरा ज़ोर लगाकर उड़ान भरी और जाकर गिद्ध की पीठ पर बैठ गयी। गिद्ध उड़ान भरने लगा। वह ऊंचा तो जा रहा था लेकिन चिड़िया के नीचे ही रहता। वह किसी भी हाल में चिड़िया को नहीं हरा पाया और चिड़िया की जान बच गयी।
20: ” मगर यहाँ आप अकेले हैं। ” रूप के इस सवाल पर भूप दादा ने क्या जवाब दिया?
उत्तर: रूप ने जब भूप दादा से कहा कि आप मेरे साथ चलिए , यहाँ आप अकेले हैं। आपने खुद को सबसे दूर रखा है ,मतलब आप एक ऐसे पहाड़ पर रह रहे हैं जो कभी भी धंस सकता है। तो यह बात चिड़िया आत्महत्या करने वाली है।
रूप की इन बातों को सुनकर भूप दादा की आँखें नम हो गयी और उन्होंने कहा -” कौन कहता है कि मैं यहाँ अकेला हूँ ?” यहाँ माँ हैं बाबा है शैला है – सब यहीं तो सोये हैं। यहां महीप है , मेरी बीवी है , मौत के मुंह से निकाले गए खेत हैं , पेड़ है , झरना है। इन पहाड़ों में मेरे पुरखों , मेरे प्यारों के साये घूमते रहते हैं और मैं उन सभी से बातें करता हूँ।